आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गए आज लोगों ने घरों में घट स्थापना के साथ जों भी बिजी और देवी की उपासना आरंभ की वहीं हरिद्वार समेत प्रदेश भर के मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है। वहींं हरिद्वार के विभिन्न देवी मंदिरों में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हरिद्वार के मनसा देवी चंडी देवी एवं माया देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं की कतारें लगी रही ।
हरिद्वार की सिद्ध पीठ माया देवी मंदिर के पुजारी का कहना है कि माया देवी सिद्ध पीठ है यहां माता के दर्शन से करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं माया देवी मंदिर को बावन शक्तिपीठों का उद्गम स्थल भी कहा जाता है और यही पास में आनंद भैरव का मंदिर भी स्थापित है अतः माया देवी मंदिर के साथ-साथ आनंद भैरव के भी दर्शन करने चाहिए ।
मायादेवी के दर्शन करने आई श्रद्धालु माधुरी शर्मा का कहना है कि वह कई सालों से माया देवी मंदिर में दर्शन करने आ रही है और वह जो भी मन्नत मांगती है वह पूरी होती है अतः सभी श्रद्धालुओं को नवरात्रों में माया देवी के दर्शन करने आने चाहिए जो लोग मनसा देवी चंडी देवी पहाड़ियों पर माता के दर्शन नहीं कर पाते वह माया देवी के दर्शन अवश्य करें उन्हें समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है ।
गुजरात से आई श्रद्धालु मनीषा जोशी का कहना है कि वह माया देवी के दर्शन करके काफी प्रसन्न है यहां देवी के दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं अतः सभी श्रद्धालुओं को श्रद्धा भाव से मां भगवती का पूजन और ध्यान करना चाहिए ।
श्रद्धालु रजनी शिवपुरी का कहना है कि माया देवी के दर्शन करने से मन को शांति मिलती है उन्होंने कहा कि आज हिंदू नव संवत्सर भी शुरू हो रहा है अतः लोगों को अपनी संस्कृति और परंपराओं को नहीं भूलना चाहिए और नए साल में शुभ कार्य और नेक कार्य करने का संकल्प लेना चाहिएl
श्रद्धालु कैलाश केशवानी का कहना है कि हरिद्वार में अनेक प्रसिद्ध सिद्ध पीठ मंदिर है जिसमें मनसा देवी चंडी देवी माया देवी सुरेश्वरी देवी मंदिर प्रमुख है परंतु हरिद्वार वासियों के लिए माया देवी मंदिर का महत्व काफी ज्यादा है तथा स्थानीय लोग यहां लगातार निरंतर दर्शन करने आते हैं आज नवरात्र के साथ-साथ हिंदू नव वर्ष भी शुरू हो रहा है जो व्यापारियों के लिए भी शुभ होता है और व्यापारी आज से अपने नए और शुभ कार्य प्रारंभ करते हैं l
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में देशभर से हिंदू धर्मावलंबी और यात्रा और मंदिरों के दर्शन करने आते हैं उन्हें किसी प्रकार की सुविधा नहीं होती है l