बागेश्वर में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल डॉ. सुबोध शुक्ला को विजिलेंस टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। बताया जा रहा है कि पूर्व से कार्यरत कर्मचारी कैलाश पंत के अनुबंध बढ़ाने के एवज में उन्होंने घूस मांगी थी। आरोप है कि कर्नल शुक्ला पीड़ित से 90 हजार की मांग कर रहे थे, लेकिन बाद में मामला 50 हजार में तय हुआ।
अधिकारी के व्यवहार से परेशान कार्मिक ने मामले की शिकायत विजिलेंस टीम से की थी। जिस पर आज टीम द्वारा जाल बिछाया गया और कर्नल शुक्ला को रंगे हाथ दबोच लिया। सैनिक कल्याण कार्यालय में इतने अहम पद पर कार्यरत अधिकारी द्वारा रिश्वत लिये जाने का मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि आरोपी अधिकारी ने सेवानिवृत्त फौजी से उपनल के माध्यम से सेवा विस्तार के बदले मोटी रकम की मांग की थी, जिसकी शिकायत पीड़ित द्वारा सतर्कता अधिष्ठान में की गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह उपनल से सैनिक कल्याण विभाग में अनुबंधित रूप से कार्य करता है, जिसका 11 माह का कार्यकाल होता है। अगले 11 माह के सेवा विस्तार के बदले में सुबोध शुक्ला ने 50 हजार रुपये की मांग की। प्राथमिक जांच में मामला सही पाए जाने पर हल्द्वानी सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर के पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल के निर्देशन में विजिलेंस की ट्रैप टीम का गठन किया गया।
टीम ने योजनाबद्ध तरीके से बागेश्वर के सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय परिसर में छापा मारकर आरोपी अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। विजिलेंस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस निदेशक डॉ. वी. मुरूगेशन ने ट्रैप टीम की सराहना करते हुए उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की सूचना विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप हेल्पलाइन 9456592300 पर दें, ताकि भ्रष्टाचार के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई की जा सके।