हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के डॉ बी. गोपाला रेड्डी परिसर, पौड़ी में आत्म एवं सामाजिक विकास पाठ्यक्रम के तहत पर्यटन विषय पर केंद्रित कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में पर्यावरण संरक्षण की चर्चा में बताया गया कि छात्रों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनने और पर्यटन गतिविधियों के दौरान पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। कार्यशाला के बाद एक रैली का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य आम लोगों के बीच पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाना था। कार्यशाला में पर्यटन विशेषज्ञ डा. सर्वेश उनियाल ने कहा कि जिम्मेदार पर्यटन के लिए पर्यटकों को प्रकृति से जुड़ते हुए पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना ही चाहिए। इसी जिम्मेदारी से हम अपनी प्रकृति और पर्यावरण को बचाने में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सैर सपाटा और सैर सलीके के भेद को समझा जाना चाहिए।