चमोली जिला प्रशासन ने हेमकुंड साहिब में रोपवे परियोजना निर्माण को लेकर कवायद शुरू कर दी है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में आज इस संबंध में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान परियोजना निर्माण के लिये प्रस्ताव तैयार करने के साथ ही भूमि अधिग्रहण को लेकर चर्चा की गई। यहां पर्वतमाला परियोजना के तहत गोविंदघाट से श्री हेमकुंड साहिब तक लगभग 12 किलोमीटर लम्बाई की रोपवे का निर्माण किया जाना है।गोविंदघाट-हेमकुंड रोपवे परियोजना में 6 स्टेशन निर्मित किए जाएंगे। रोपवे निर्माण के बाद एक घंटे की समयावधि में करीब एक हजार एक सौ तीर्थयात्री हेमकुंड जा सकेंगे। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि परियोजना को पारिस्थितिकी तंत्र के अनुकूल बनाया जा रहा है। योजना का निर्माण सभी सुरक्षा मानकों ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परियोजना का निर्माण लगभग 2 हजार 730 करोड़ की लागत से किया जाएगा। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब रोपवे निर्माण के लिए उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद ने एन.एच.एल.एम.एल के साथ अनुबंध किया है। जिलाधिकारी ने निर्माणदायी कंपनी को परियोजना निर्माण से क्षेत्र पर होने वाले सामाजिक और पारिस्थितिक प्रभाव की आकलन रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि परियोजना का निर्माण सुगमता से किया जा सके। गौरतलब है कि वर्तमान मेें तीर्थयात्रियों को हेमकुंड साहिब तक जाने के लिए 18 किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है